Friday, 22 July 2016

उसूलो पर आ जाये तो टकराना जरूरी है। जिंदा है तो जिंदा नजर आना जरूरी है....

आप सभी से मेरी प्राथना है की हिंडाल्को रेनुसागर द्वारा बिछड़ी एश पौंड से प्रतिदिन रात को सैकड़ो हाइवा राख सिंगरौली मे बन रहे फ़ोर लेन सड़क के निर्माण मे डाला जा रहा है। इसकी कोई अनुमति UP Pollution control board और जिला प्रशासन से नही लि गई है। पर अवैध रूप से लाखो टन राख खुले वाहनों से ढोया जा रहा है। इसका विरोध जरूरी है अगर विरोध नही हुवा तो 50 लाख टन से अधिक राख हिंडाल्को हाइयवा पर लादकर ऊर्जान्चल की सड़को से ले जायेगी और जो हालात बनेंगे उसकी कल्पना नही की जा सकती। इसलिए आज इसका विरोध जरूरी है ताकि हमे जीने के लिए हवा मिल सके।।

मै अकेला इस लड़ाई को जीत नही सकता.... 
पर आपका साथ हो तो हमे जितने से कोई रोक भी नही सकता..... 
क्रांतिकारी अभिवादन के साथ आपका-पंकज मिश्रा, शक्ति आनंद कनौजिया

हमारा विरोध राख के भराव का नही पर राख अगर tripper पर दुपट्टा और गमछा डालकर होगा तो कितना राख सड़क और वायुमंडल मे फैलेगा इसकी कल्पना करके देखिए। हम आपको capsule मे लदे राख की फोटो भेज रहा हु इससे आप अंदाज़ा लगा सकते है की tripper पर अगर खुले मे राख लदा हो उसपर दिखावे के लिए त्रिपाल रूपी गमछा डाल दिया गया हो तो कितना राख सड़क और वातावरण मे फैलेगा इसकी कल्पना से भी ड़र लगने लगेगा। आप लोगो को कुछ तस्वीरें भेज रहा हु हो सकता है मे इससे अपनी पीड़ा आपलोगो तक पहुचा पाउ ।

No comments:

Post a Comment